शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो। हम आदि से अंत तक भारतीय हैं। ज्ञान हर व्‍‍यक्ति के जीवन का आधार है।

जो झुक सकता है वो झुका भी सकता है। जीवन लंबा होने के बजाय महान होना चाहिए। एक सुरक्षित सेना एक सुरक्षित सीमा से बेहतर है।

न्याय हमेशा समानता के विचार को पैदा करता है। धर्म मनुष्य के लिए बना है न कि मनुष्य धर्म के लिए। यदि आप मन से स्वतंत्र हैं तभी आप वास्तव में स्वतंत्र हैं।

अच्छा दिखने के लिए नहीं, बल्कि अच्छा बनने के लिए जिओ। एक इतिहासकार सटीक, ईमानदार और निष्‍पक्ष होना चाहिए। छीने हुए अधिकार भीख में नहीं मिलते, अधिकार वसूल करना होता है।

देश के विकास से पहले हमें अपनी बुद्धि के विकास की आवश्यकता है। समाजवाद के बिना दलित-मेहनती इंसानों की आर्थिक मुक्ति संभव नहीं। उदासीनता सबसे खतरनाक बीमारी है जो लोगों को प्रभावित कर सकती है।

हो सकता है कि समानता एक कल्पना हो, पर विकास के लिए यह ज़रूरी है। पति – पत्नी के बीच का सम्बन्ध घनिष्ठ मित्रों के सम्बन्ध के सामान होना चाहिए। यदि हम आधुनिक विकसित भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों को एक होना पड़ेगा।

Happy Dr. BR Ambedkar Jaynti